अग्निपथ स्कीम को लेकर मचे बवाल के बीच रविवार को तीनों सेनाओं ने प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि ‘अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।
बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर रविवार को पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजधानी पटना में उपद्रवियों ने आज सुबह GRP Taregana के आसपास वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है।
देशभर में युवाओं के प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोले- नरेंद्र मोदी से आपकी सियासी एलर्जी हो सकती है लेकिन, नौजवानों की सकारात्मक एनर्जी के ख़िलाफ़ आप साजिश करेंगे तो अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं युवाओं से कहना चाहता हूं कि जो लोग भ्रम पैदा करना चाहते हैं, आपके विकास के रास्ते में रोड़े अटकाना चाहते हैं, वे आपके हितैषी नहीं है। हर मौके पर जब विकास की बात आती है तो वे विनाश की सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।
वहीं, हैदराबाद में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि पीएम मोदी के गलत फैसले की वजह से वे (नौजवान) सड़क पर निकले। मोदी के गलत फैसले की वजह से नौजवानों की नौजवानी को बर्बाद करने का एक रास्ता निकाला। कितनों के बुलडोजर से घर तोड़ोगे? हम नहीं चाहते कि आप किसी का घर तोड़ें। मैं वाराणसी के पुलिस आयुक्त से पूछना चाहता हूं कि जब उन्होंने बच्चों को समझाने की बात कही तो क्या मुसलमान के बच्चे आपके बच्चे नहीं हैं CP साहब?आप उनको अपना बच्चा नहीं बोलेंगे?हम भी इस देश के बच्चे हैं। आप बुलाकर बात करें। आप को पिछले जुमे को बुलाकर बात करनी चाहिए थी।