मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह का बड़ा बयान आया है. सीएम हाउस पहुंचे लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अब विपक्ष में बैठने की तैयारी करनी चाहिए. मजबूती के साथ लड़ेंगे और जनता की आवाज उठाएंगे. जनता से कहेंगे 5 साल का अवसर मिलना था लेकिन नहीं मिला. लेकिन एक बार फिर मौका दीजिये. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथियों से कहना है कि एकजुट होकर मजबूती से उभरें. क्यों हुआ, कैसे हुआ अब इस पर चर्चा करना उचित नहीं है. सिंधिया जी बीजेपी जा रहे हैं. उन पर कुछ नहीं कहना. बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश के छह मंत्रियों सहित 20 विधायकों ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को खत लिखकर छह मंत्रियों को हटाने के लिए कहा है.
उधर भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मंगलवार को बैठक होगी. इस बैठक से पहले संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. बैठक में मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार गठन को मंजूरी दी जा सकती है.
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी जिसके साथ ही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है. हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है. इसके साथ ही छह मंत्रियों सहित 19 कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है. ऐसी स्थिति में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में आ गई है. राज्य में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और उसे चार निर्दलीय, बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन हासिल है. भाजपा के 107 विधायक हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने जो त्यागपत्र साझा किया है उस पर नौ मार्च की तिथि है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र में सिंधिया ने कहा, ‘अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा करना मेरा हमेशा से मकसद रहा है. मैं इस पार्टी में रहकर अब यह करने में अक्षम में हूं.’ उधर, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सिंधिया को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने को स्वीकृति प्रदान की.”