कांग्रेस की पूर्व निगम पार्षद इशरत जहां को दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इशरत को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इशरत जहां पिछले करीब 50 दिनों से दिल्ली के खुरेजी में CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं. पिछले रविवार को खुरेजी रोड जाम करने में भी इशरत जहां का नाम आया था. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हिंसा भड़कने के बाद शनिवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली में अधिकांश जगहों पर माहौल शांतिपूर्ण है. हालांकि, जिन जगहों पर हिंसा हुई है उनके आसपास के क्षेत्रों में ज्यादा लोगों के एकत्र होने या फिर बड़ी सभा पर अब भी प्रतिबंध है. उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत को चुकी है और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं. गृह मंत्रालय ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सार्वजनिक स्थानों से अधिकांश मलबा हटा दिया है. हिंसा में 300 से ज़्यादा लोग घायल हैं. पुलिस ने अब तक 123 एफ़आईआर दर्ज की हैं और 630 लोगों को हिरासत में लिया. दिल्ली पुलिस ने हिंसा के मामलों की जांच के लिए दो एसआईटी बनाई है. चौबीस फरवरी के बाद से उत्तर पूर्व दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में सात हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.
वहीं मिली जानकारी के मुताबिक मदद के लिए बौखलाए लोगों ने करीब साढ़े तीन हज़ार कॉल पुलिस को किए लेकिन उसका जवाब पुलिस ने नहीं दिया. कॉल के खिलाफ पुलिस ने क्या ऐक्शन लिया उसकी जानकारी देने वाला कॉलम खाली है. जो ये बताता है कि पुलिस जलती-सुलगती दिल्ली में मौत का जब तांडव खेला जा रहा था तब पुलिस ने अपना फर्ज नहीं निभाया. दिल्ली के यमुना विहार में उपद्रवियों ने कई मकानों, दुकानों, गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और पत्थरबाज़ी करते रहे वहीं स्थानीय बीजेपी पार्षद ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस को फ़ोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला.