भ्रष्टाचार के खिलाफ वर्ष 2011 में राजधानी दिल्ली में जबर्दस्त आंदोलन चला चुके सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे एक बार फिर हुंकार भरने की तैयारी में नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने नए संगठन ‘राष्ट्रीय लोकआंदोलन का गठन किया है।
इसमें उन्होंने कहा था कि देश में कुछ राज्यों ने लोकायुक्त कानूनों को मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुसार अधिसूचित कर दिया है, लेकिन महाराष्ट्र में अब तक नहीं हुआ है। 2019 में पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस सरकार के वक्त मैंने आंदोलन किया था, लेकिन फडणवीस द्वारा मुझे लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद कि सरकार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक मसौदा समिति बनाने के लिए तैयार है, मैंने अपना आंदोलन वापस ले लिया था। इसके बाद मौजूदा एमवीए सरकार ने लोकायुक्त कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया।
अन्ना ने पत्र में कहा था कि महाराष्ट्र सरकार या तो लोकायुक्त कानून लागू करे या सत्ता से हट जाए। लोकायुक्त कानून के पक्ष में आंदोलन शुरू करने के लिए राज्य की 200 तहसीलों में समितियों का गठन किया गया था।