हिमाचल प्रदेश और गुजरात में आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़कर मुकाबला को त्रिकोणीय बना दिया. लेकिन चुनावी नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया कि इन दो राज्यों में आम आदमी पार्टी अभी पीछे है. हालांकि गुजरात में आम आदमी पार्टी की भले ही हार हुई है लेकिन पार्टी में खुशी की लहर है. क्योंकि गुजरात में मिले वोट शेयर के साथ ही आम आदमी पार्टी अब राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह पर आगे बढ़ चुकी है.
गुजरात में आम आदमी पार्टी का वोट शेयर करीब 12 फीसदी है और वह पहले ही चार सीटें जीत चुकी है. इसका मतलब यह है कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग द्वारा ‘राज्य पार्टी’ के रूप में मान्यता प्राप्त करने के मानदंड 6 प्रतिशत वोट और दो सीटों को पूरा कर लिया है. बता दें कि यह चौथा राज्य होगा, जहां आम आदमी पार्टी को ‘राज्य पार्टी’ की मान्यता मिली है. इससे पहले आम आदमी पार्टी को दिल्ली, पंजाब और गोवा में भी राज्य पार्टी की मान्यता मिल चुकी है.
दिल्ली में भी मिला राज्य पार्टी का दर्जा
दिल्ली में, 2013 के विधानसभा चुनावों में 29 सीटें जीतने के बाद आम आदमी पार्टी को यह दर्जा मिला. हालांकि वह सरकार सिर्फ सात सप्ताह तक चली, लेकिन तब से वह दो बार राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बना चुकी है. साल 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की.
पंजाब में भी आप को मिला राज्य पार्टी का दर्जा
पंजाब में, आम आदमी पार्टी को ‘राज्य पार्टी’ का दर्जा साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मिला था. क्योंकि साल 2017 के चुनाव में 117 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसके अलावा इसी साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 91 सीटों पर जीत हासिल की थी.
AAP ने गोवा में 6.77 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त किया
गोवा ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के और करीब पहुंचा दिया. इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में, आप ने गोवा में दो विधानसभा सीट जीती और 6.77 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त किया, जिससे गोवा में भी आम आदमी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा मिल गया. आम आदमी को ‘राष्ट्रीय पार्टी’ का दर्जा पाने के लिए सिर्फ एक और राज्य में राज्य पार्टी की मान्यता की जरूरत थी, जो उसने आज गुजरात में हासिल की.
आम आदमी पार्टी ने हिमाचल के मुकाबले गुजरात में ज्यादा प्राथमिकता दी, जहां उसे सिर्फ 1 फीसदी वोट मिले. हालांकि आम आदमी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली. चुनाव आयोग की औपचारिक मंजूरी के बाद, AAP देश की आठवीं पार्टी हो गई है. इसके अलावा कांग्रेस, भाजपा, मायावती की बसपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), CPI (मार्क्सवादी), शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला हुआ है.