पश्चिम बंगाल (West Bengal) के गवर्नर जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के उस बयान की कड़ी आलोचना की है, जो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद दी थी. गवर्नर ने सीएम से अपना बयान वापस लेने को कहा है और उन्हें नसीहत दी है कि ‘मैडम प्लीज, आग से न खेलें’. इससे पहले राज्यपाल धनखड़ ने आज सुबह ही राज्य में गिरती-कानून व्यवस्था पर एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपा था.
गवर्नर की रिपोर्ट पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को सोमवार को तलब किया गया है. धनखड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कल, एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के नेता पर कथित रूप से हमला किया गया था. और इसमें शामिल लोगों को राज्य में सत्तारूढ़ प्रशासन का समर्थन प्राप्त था. यह लोकतंत्र के लिए एक मौत की तरह है. मैंने अपनी रिपोर्ट में ऐसा लिखा है.”
बता दें कि कोलकाता में कल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था. हमलावरों ने उनके काफिले पर न केवल ईंट बरसाए बल्कि उनके हाथों में काले झंडे, लाठी-डंडे और पत्थर भी देखे गए थे. इस हमले में कुछ कार त्क्षतिग्रस्त हुई हैं और कुछ नेताओं को चोटें आई हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि इस हमले के पीछे राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का हाथ है. नड्डा के काफिले पर कोलकाता के डायमंड हार्बर हुई जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र है.
कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले के लिए ममता बनर्जी सरकार की निंदा करते हुए धनखड़ ने कहा कि राज्य में स्थानीय और बाहरी का खतरनाक खेल चल रहा है. उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन हुई. राजभवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राज्यपाल ने कहा, ‘‘ मैंने केंद्र को अपनी रिपोर्ट भेज दी है जिसकी सामग्री सुचिता की वजह से साझा नहीं की जा सकती.”
उन्होंने आरोप लगाया कि कानून का उल्लंघन करने वालों को पुलिस और प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है. धनखड़ ने कहा, ‘‘राज्यपाल अपनी शपथ का अनुपालन करेगा चाहे कुछ भी हो.” उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान की रक्षा करना उनका कर्तव्य है. राज्यपाल ने कहा, ‘‘जवाबदेही तय की जाएगी.” (भाषा इनपुट्स के साथ)