ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने एक विवादित बयान दिया है. वारिस पठान ने कहा है, “ईट का जवाब पत्थर से देना अब हमलोग सीख गए हैं, बस हमें एकजुट रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “वे हमें बताते हैं कि हमने अपनी महिलाओं को सामने रखा है, अरे केवल शेरनी बाहर आई है और आप पहले से ही पसीना बहा रहे हैं. आप समझ सकते हैं कि अगर हम सब एक साथ आए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं मगर 100 के ऊपर भारी हैं. याद रख लेना. ”
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी लगातार NRC और NPR के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं. बुधवार को उन्होने प्रधानमत्री पर NRC के मुद्दे पर एक बार फिर झूठ बोलने का आरोप लगाया था. एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने असम की जाबेदा बेगम के मामले का जिक्र करते हुए कहा था, “गुवाहाटी हाईकोर्ट का एक केस है. हमारी एक बहन ने कोर्ट को 15 कागज दिखाए, लेकिन उसे भारत का नागरिक नहीं माना गया. अब और कितने कागज आपको चाहिए? उसने अपनी तरफ से जमीन का कागज दिया, 1966 के वोटर लिस्ट में अपने पिता के नाम होने का सबूत दिया, उसके मां-बाप और उसके भाई का नाम 2015 के वोटर लिस्ट में था. लेकिन कोर्ट ने नहीं माना. ग्राम प्रधान ने भी लिख कर दिया की जाबेदा बेगम की शादी हुई है. इसलिए मैं कहता हूं यह मामला कागज का नहीं है. अब उन्हें डिटेंशन सेंटर में जाना होगा. वो सुप्रीम कोर्ट पहुंची है. मैं कहता हूं अगर NPR हो गया तो NRC हो जाएगा. NRC के मामले में प्रधानमंत्री ने फिर से झूठ बोला है.”
इससे पहले भी संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ कई जगहों पर विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में एआईएमआईएम (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तंज कसते हुए कहा था कि खुद को मुस्लिम महिलाओं को भाई कहने वाले मोदी अब उनके धरने से डरे क्यों हुए हैं.