महाविकास अघाडी (एमवीए) सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सात मार्च को अयोध्या जाएंगे और भगवान राम की पूजा करेंगे। शिवसेना के नेता संजय राउत ने एक ट्वीट में कहा कि ठाकरे दोपहर में भगवान राम की पूजा करेंगे और शाम में सरयू नदी के तट पर महाआरती में हिस्सा लेंगे।
राउत ने शिवसैनिकों से बड़ी संख्या में ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया है। महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकरे की अयोध्या की यह पहली यात्रा होगी। वह 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री बने थे।
ठाकरे ने शुक्रवार को दिल्ली के दौरे के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण अडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद ठाकरे पहली बार राष्ट्रीय राजधानी आए थे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम की पिछले साल अक्तूबर में घोषणा के बाद सत्ता साझा करने को लेकर मतभेद के कारण शिवसेना और भाजपा का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद ठाकरे का उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या का यह पहला दौरा होगा। नौ नवंबर 2019 को अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव ठाकरे ने एलान किया था कि वह 24 नवंबर, 2019 को अयोध्या जाएंगे।
लेकिन राज्य में तेजी से बदले राजनीतिक हालात के चलते उन्होंने अयोध्या दौरा टाल दिया था। शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए अंत में राकांपा एवं कांग्रेस से हाथ मिला लिया था। ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और हाल ही में उन्होंने कार्यालय में 50 दिन पूरे किए।
ठाकरे आखिरी बार जून 2019 में पार्टी के नवनिर्वाचित 18 सांसदों के साथ अयोध्या गए थे और रामलला मंदिर में पूजा अर्चना की थी। उस वक्त शिवसेना भाजपा की सहयोगी पार्टी थी, लेकिन अब दोनों के रास्ते अलग हो चुके हैं।