अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले उनके स्वागत पर खर्च होने वाले 100 करोड़ रुपए को लेकर राजनीतिक बहस शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को मोदी सरकार से पूछा की ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रुपए कहां से जुटाए गए हैं? आयोजन के लिए कौन सा मंत्रालय 100 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है? प्रियंका गांधी ने एक अखबार में छपि रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया है कि ट्रंप के स्वागत में खर्च हो रहा पैसा एक समिति के जरिए खर्च कि हो रहा है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट में लिखा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिए खर्च हो रहा है। समिति के सदस्यों को पता ही नहीं कि वो उसके सदस्य हैं। क्या देश को ये जानने का हक नहीं कि किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?’ बता दें कि दो दिन बाद अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत में होंगे। 24 फरवरी से से ट्रंप का दो दिवसीय भारत दौरा शुरू होगा, जिसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा से पहले कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री मोदी से कई सवाल पूछे थे। इन सवालों में पहला सवाल था कि डोनल्ड ट्रंप अभिनंदन समिति के अध्यक्ष कौन हैं? इस समिति ने ट्रंप को कब आमंत्रित किया और कब उन्होंने आमंत्रण स्वीकार किया? तब अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐसा क्यों कहा कि आपने वादा किया है कि इस भव्य आयोजन में 70 लाख लोग जमा होंगे? सुरजेवाला ने ये भी पूछा था कि गुजरात सरकार एक निजी अज्ञात संस्था के आयोजन पर 120 करोड़ रुपये क्यों ख़र्च कर रही है।
भारत भ्रमण के दौरान अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोने-चांदी के जिन बर्तनों में लंच डिनर करेंगे वो जयपुर में तैयार किए गए हैं। जयपुर के अरुण ग्रुप ने अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा 2020 के दौरान लंच और डिनर के लिए विशेष लग्जरी सोने-चांदी के कटलरी और टेबल वेयर का निर्माण किया है। अतिथि देवो भव: की परंपरा को निभाते हुए देशी-विदेशी पावणों के आतिथ्य के लिए विख्यात राजस्थान की संस्कृति और कारीगरी ट्रंप की भारत यात्रा में अपनी छाप छोड़गी। राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे के दौरान उनके लंच और डिनर समेत ब्रेकफास्ट के लिए विशेष कटलरी सैट तैयार किया गया है।