पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किए जाने पर शुक्रवार को एतराज जताया. उन्होंने कहा कि जब वह रेल मंत्री थीं तब उनकी टीम को इस परियोजना को मंजूरी दिलाने के लिए ‘बहुत पापड़ बेलने’ पड़े थे. त्वरित परिवहन मेट्रो नेटवर्क के ईस्ट-वेस्ट गलियारे के पहले चरण का मंगलवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उद्घाटन किया था, लेकिन तृणमूल कांग्रेस आमंत्रित सदस्यों की सूची में ममता बनर्जी का नाम गायब होने की वजह से इस कार्यक्रम से दूर रही थी.
ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा, ‘हमने ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना के लिए कड़ी मेहनत की थी. सही मायने में हमें उसकी मंजूरी के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़े. जब मुझे इस उद्घाटन के बारे में भी नहीं बताया गया तो मुझे बहुत बुरा लगा.’ वह 2009 से 2011 तक रेल मंत्री थीं. इस मेट्रो परियोजना का पहला चरण साल्ट लेक के सेक्टर पांच और साल्ट लेक स्टेडियम को जाड़ने वाला 4.88 किलोमीटर लंबा गलियारा है.
पश्चिम बंगाल के राजनीतिक दलों पर राजनीतिक प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने माकपा और कांग्रेस की, भाजपा के सामने राजनीतिक रूप से हथियार डाल देने को लेकर आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस जितना माकपा के करीब जाएगी, वह उतना ही अपना महत्व गंवाएगी. जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं, वहां सही मायने में कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है.’ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह अन्य मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर उनसे एनपीआर की प्रक्रिया नहीं करने की अपील करेंगी ‘क्योंकि यह एनआरसी की ‘पूर्वपीठिका’ है.’