हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल प्रदेश के किसानों के हित में है। हर छ: महीने बाद किसान अपने बोए हुए रकबे के जानकारी इस पोर्टल पर अपलोड करता है ताकि सरकार के पास जितनी जानकारी रहेगी उतना ही किसानों के हित में रहेगा।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान बजट अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उठाए गए मुद्दों पर सदन को अवगत करवा रहे थे।
श्री मनोहर लाल ने सदन को अवगत करवाया कि ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर हरियाणा के पंजीकृत किसानों की उपज की खरीद पहले की जाएगी और बाद में दूसरे किसानों की उपज की खरीद की जाएगी, जो पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है। इसके बाद अन्य पड़ौसी राज्यों के किसानों की उपज की खरीद होगी चाहे वे किसान उत्तर प्रदेश के हों या पंजाब व राजस्थान के हों।
मुख्यमंत्री ने सदन को इस बात की भी जानकारी दी कि वे स्वयं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर निरंतर जानकारी लेते रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज बाद दोपहर 3.50 बजे तक 44,10,000 एकड़ रकबे का पंजीकरण करवाया था, जो एक घंटे बाद ही यह बढकऱ 44,13,000 एकड़ हो गया है, जोकि प्रदेश के किसानों की इस पोर्टल पर अपने रकबे का पंजीकरण करवाने में रूचि को दर्शाता है। उन्होंने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि किसान को फसल कटाई से पहले-पहले अपनी फसल का पंजीकरण करवाना होता है। फसल कटाई के बाद कृषि तथा राजस्व विभाग भी अलग से इस पोर्टल पर अपना ब्यौरा दर्ज करवाते हैं, जिसका मिलान किसान द्वारा दर्ज करवाए गए रकबे से किया जाता है।