कांग्रेस ने गुरुवार को फैसला किया कि वह संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, सेना में भर्ती की नई अग्निपथ स्कीम, जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और जनहित के कई अन्य मुद्दे दोनों सदनों में उठाएगी। पार्टी के संसद मामलों के रणनीतिक समूह की बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की।
खड़गे ने कहा, “डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य घटा है और आर्थिक परिस्थिति कमजोर हो रही है। हमारा प्रयास होगा कि इस सत्र में इस बारे में भी चर्चा होगी। हम अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय और हेट स्पीच पर भी दोनों सदनों में चर्चा चाहते हैं। जांच एजेंसियों का जिस तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है उस बारे में भी हम चर्चा की मांग करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि बेरोजगारी सहित जनहित के अन्य मुद्दों को भी उठाया जाएगा। कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि संसद सत्र से पहले होने वाली सर्वदलीय बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिरी समय में आते हैं और सिर्फ तस्वीरें खिंचवाते है
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई को आरंभ होकर 12 अगस्त तक चलेगा। इसमें कुल 26 दिनों की अवधि में 18 बैठकें होंगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को और उपराष्ट्रपति के रूप में एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। संसद का यह सत्र खास रहने वाला है, क्योंकि 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान होना है। दूसरी ओर, उपराष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को होगा। उपराष्ट्रपति पद के लिए यदि निर्विरोध निर्वाचन नहीं हुआ तो उसी दिन मतों की गणना भी होगी। (NDTV News)