दिल्ली चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू, अब तक 10 की मौत, 150 लोग घायल

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दिल्ली के ब्रह्मपुरी और मौजपुर इलाके में तीसरे दिन भी पत्थरबाजी और हिंसक प्रदर्शन जारी है। मंगलवार की सुबह भी कई इलाकों से उपद्रवियों के पत्थरबाजी करने की जानकारी मिली। रविवार से शुरू हुई हिंसा में अब तक एक हेड कांस्टेबल समेत 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एहतियात के तौर पर पांच मेट्रो स्टेशन, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार बंद कर दिया गया है। (Amar Ujala)

दिल्ली पुलिस कमिश्नर, अमूल्य पटनायक ने दिल्ली की हिंसा पर कहा कि कुछ समाचार एजेंसियों ने खबर चलाई है कि दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय से पर्याप्त बल नहीं मिला है, यह जानकारी गलत है। गृह मंत्रालय लगातार हमारा समर्थन कर रही है और हमारे पास पर्याप्त बल हैं। दिल्ली पुलिस इससे पूरी तरह इनकार करती है।

उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और वरिष्ठ अधिकारी उत्तर पूर्व जिले में तैनात हैं। जिले के कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है।

दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, और करावल नगर इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, आज नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में लगातार तीसरे दिन हिंसा जारी रही। दिल्ली पुलिस के विशेष सीपी प्रवीर रंजन ने जानकारी दी है कि पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल के शव दिल्ली के बुरारी इलाके में उनके आवास पर लाया गया। कल उत्तरी पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन अधिनियम पर संघर्ष के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

भाजपा नेता कपिल मिश्रा के भाषण पर दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि यह जांच के अंतर्गत है, हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता स्थिति को नियंत्रित करना है जो हमने किया है। हम उन सभी एफआईआर की जांच करेंगे जो दर्ज की गई हैं और अगर कोई मुख्य साजिशकर्ता पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि अब हिंसा पर काबू पा लिया गया है। दिल्ली हिंसा में अब तक 10 लोगों की मौत हुई। उत्तर पूर्वी इलाके में हुई हिंसा में 150 लोग घायल हो गए है, इसमें 130 आम लोग भी शामिल हैं। हिंसा में दो आईपीएस अधिकारी और 56 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।  साथ ही पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें।

पुलिस ने कहा कि असमाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि तंग गलियों की वजह से पुलिस को एक्शन लेने में दिक्कत आई। कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हिंसाग्रस्त इलाके में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।

उन्होंने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाके में धारा 144 लागू की जा चुकी है। हम जनता से अपील करते हैं कि कानून अपने हाथों में न लें।

उन्होंने बताया कि हमारे पास पुलिस बल का आभाव नहीं है। उत्तर पूर्वी इलाके में सीआरपीएफ, आरएएफ समेत अन्य बल तैनात किया है। हिंसा में अब तक 11 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, कुछ  लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है ।

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