भाजपा में खलबली मची, नड्डा ने मनोज तिवारी को किया तलब

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इस बार 45-48 सीटों का दावा करने वाली भाजपा को दिल्ली में मात्र आठ सीटों पर जीत मिली है। इसके बाद मनोज तिवारी ने कहा था कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष इसकी नैतिक जिम्मेदारी उनकी है। तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हार की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ताओं ने जो कठिन परिश्रम किया है, उसके लिए सबको साधुवाद देता हूं। सभी ने बहुत मेहनत की है। दिल्ली की जनता का ये जो जनादेश है, उसको सिर माथे रखते हुए मैं अरविंद केजरीवाल को बहुत बधाई देना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली को हम अपना समर्थन देते रहेंगे। हालांकि हमें उम्मीद है कि अब ब्लेम गेम कम हो और काम ज्यादा हो।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अपेक्षाकृत जीत नहीं मिल पाने के कारण नतीजों के बाद से ही पार्टी में खलबली मची हुई है। गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ बैठक की। इसके बाद शुक्रवार को पार्टी के उम्मीदवारों, विस्तारकों और संगठन के लोगों के साथ हार की समीक्षा के लिए दिल्ली में एक बड़ी बैठक की जाएगी।

उन्होंने कहा कि हमने अपने हिसाब से काफी मेहनत की, लेकिन हमारी अपेक्षाएं खरी नहीं उतरीं। हम इसकी समीक्षा करेंगे। मनोज तिवारी ने कहा कि लगभग सात सीटों पर भाजपा को जीतना चाहिए।

इसके बाद बुधवार शाम तिवारी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन अन्य प्राथमिकताओं के कारण पार्टी ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था। कल मनोज तिवारी को पद पर बने रहने के आदेश दिए गए थे।

वहीं हार के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा दिल्ली की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान करती है। सभी कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव में अथक परिश्रम किया और दिन रात चुनाव में लगे रहे हैं। सभी कार्यकर्ताओं का ह्रदय से अभिनंदन और साधुवाद।’

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘भाजपा इस जनादेश को स्वीकारते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और प्रदेश के विकास से जुड़े हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी। इस विश्वास के साथ की आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली का विकास करेगी, मैं श्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को बधाई देता हूं।’

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