लोकसभा में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सदस्य ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में राष्ट्रविरोधी बातें होने का आरोप लगाते हुए सरकार से इस विश्वविद्यालय को कुछ दिन के लिए बंद करने की मांग की. वहीं बसपा के एक सदस्य ने जामिया और एएमयू में पुलिस कार्रवाई के संबंध में जांच की मांग की. भाजपा के वीरेंद्र सिंह ने सदन में शून्यकाल में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विषय को उठाते हुए दावा किया, ‘जनता के पैसे से चलने वाले JNU में राष्ट्रविरोधी बातें हो रही हैं.’ उन्होंने कहा कि देश की आजादी से पहले जो बातें मोहम्मद अली जिन्ना ने की थीं, वो ही बातें जेएनयू में हो रही हैं, वो ही बातें विपक्ष कर रहा है.
उन्होंने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य फारूक अब्दुल्ला की हिरासत के मुद्दे पर आसन के समीप प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘जो बात आजादी से पहले जिन्ना ने की थीं, वही बातें यहां ये लोग (विपक्ष के सदस्य) कर रहे हैं.’
सिंह ने सरकार से मांग की कि JNU को कुछ दिन के लिए बंद कर देना चाहिए. वहां के घटनाक्रमों की जांच होनी चाहिए. इससे पहले बसपा के दानिश अली ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू होने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और JNU में हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा कि जामिया और एएमयू में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की जांच होनी चाहिए.