ऋषिकेश के पास पौड़ी जिले के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की सितंबर में रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर चीला नहर में कथित तौर पर धक्का देकर हत्या कर दी थी ।
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के परिजनों ने कुछ लोगों पर परिवार को बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोची समझी रणनीति के साथ प्रदेश से लेकर अन्य जगहों में ये अफवाह फैला रहे हैं कि हत्या के आरोपी से परिजनों ने करोड़ रुपये सहित देहरादून में फ्लैट ले लिया है। जिसका अंकिता के पिता ने खंडन किया है।
उन्होंने कहा इस काम को कर कुछ कथाकथित लोग जन आंदोलन को अफवाहों के जरिये भ्रमित कर रहे हैं। दरअसल श्रीनगर में पिछले 12 दिनों से आल इंडिया सास्कृतिक संगठन के कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न सामाजिक लोगों द्वारा अंकिता भंडारी की सीबीआई जांच के लिए आंदोलन किया जा रहा है जिसको अपना सर्मथन देने के लिए वीरेंद्र भंडारी उनकी धर्म पत्नी भी श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने भी आंदोलन को सर्मथन देते हुए खुद भी धरने पर बैठे रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब तक वे सरकार द्वारा गठित की गई एसआईटी की जांच से सन्तुष्ट नहीं हैं।
‘हत्याकांड मामले की जांच हाइकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से हो’
वे चाहते हैं कि हत्याकांड मामले की जांच हाइकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से हो। साथ में उन्होंने ये भी कहा कि वे कई बार अपनी पीड़ा सरकार से कह चुके है कि इस पूरे प्रकरण में किसी वीआईपी गेस्ट की बात सामने आ रही है। लेकिन एसआईटी उस वीआईपी का नाम बताने के बजाय मामले को डाइवर्ट कर हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट के खिलाफ भी कार्यवाही करनी चाहिए। उन्हीं के कहने पर रिजॉर्ट में बुलडोजर चला कर सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई।